खांसी बच्चे बूढ़े, जवान, स्त्री या पुरुष सभी को कभी भी हो सकती है। इतना साधारण-सा लगने वाला यह रोग किसी-न-किसी उम्र में सबको तंग कर चुका होता है। वास्तव में देखा जाए तो खांसी स्वयं कोई रोग नहीं, बल्कि दूसरे रोगों का लक्षण होता है। यह सर्दी-जुकाम, वाइरल इंफेक्शन, जीवाणु के संक्रमण, प्रदूषण, निमोनिया, तपेदिक, दमा, प्लूरिसी, फेफड़ो की खराबी आदि रोगों में हुआ करती है। मुख्य रूप से यह सूखी, तर, बलगम वाली खांसी और दौरे के रूप में उठने वाली खांसी (व्हूपिंग कफ़) होती है। इस पोस्ट में हम आपको खांसी की अचूक दवा ओं को बतायेंगे जो बिलकुल सुरक्षित हैं | आप इन घरेलु और आयुर्वेदिक नुस्खो को अपनाकर खांसी की समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते है |
खांसी के कारण :
खांसी होने के प्रमुख कारणों में गले और फेफड़े के भीतरी भाग में सूजन होना, फेफड़ों की छोटी-छोटी नलिकाओं में उत्तेजना पैदा होने से, कीटाणुओं का संक्रमण, धूल या धुएं के कणों से एलर्जी होना आदि होते हैं।
खांसी के लक्षण :
इस रोग में सीने में जकड़न महसूस होना, सूखी खांसी और तर खांसी में बलगम निकलना आदि लक्षण दिखाई देते हैं।
खांसी के घरेलू उपचार
* तुलसी और हल्दी से खांसी की अचूक दवा
तुलसी के सूखे पत्ते और अजवायन 20-20 ग्राम तथा सैंधा नमक 10 ग्राम मिलाकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को 3 ग्राम की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से खांसी, जुकाम दूर हो जाता है।
तुलसी के रस में अदरक व पान के पत्तो का रस, कालीमिर्च, काला नमक और शहद मिलाकर लेने से भी खांसी छुटकारा मिल जाता है। अह भी खांसी की अचूक दवा है | सुबह खाली पेट 4-5 तुलसी की पत्तियों को साफ पानी से धोकर खाते रहने से खांसी ,कफ, जुकाम आदि अनेक रोगों से बचाव रहता है |
* खांसी से तुरंत राहत पाने के लिए 1 ग्राम भुनी हुई हल्दी की गांठ मुंह में रखें |
अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर (1-1 चम्मच की मात्रा में) इनको मिलाकर मामूली-सा गर्म करके दिन में 3-4 बार लेने से बलगमी खांसी ठीक हो जाती है। बच्चों की खांसी में इस मिश्रण की 1-2 ऊँगली में जितना मिश्रण आ जाए, उतना ही दिन में 2-3 बार लेना ही काफी है। सिर्फ 2-3 दिन में लाभ हो जाएगा। साथ ही नजला, जुकाम भी ठीक हो जायेगा | (नोट शहद को ज्यादा गर्म नही करना चाहिए )
* आंवला, अलसी, खस-खस, और सुहागा से खांसी की अचूक दवा बनाने के उपाय
छोटी पीपल, छोटी इलायची के बीज और सौंठ इन सबको 4-4 ग्राम लेकर पीस लें। इसमें 100 ग्राम गुड मिलाकर 1-1 ग्राम की गोलियां बना लें। प्रतिदिन रात में 2 गोली गर्म पानी के साथ लें |
आंवले का पाउडर और मिश्री मिलाकर पानी के साथ लेने से पुरानी खांसी ठीक हो जाती है।
सुहागा (Borax) फुलाकर तथा बारीक पीसकर इसकी 1-1 ग्राम मात्रा को दिन में 3 बार शहद में मिलाकर अथवा गुनगुने पानी में डालकर सेवन करें। इससे खांसी पहले दिन ही ठीक हो जाती है। यह खांसी का रामबाण इलाज है |
*अलसी के बीज भुने हुए पीसकर शहद में मिलाकर लेने से भी खांसी मिटती है।
खस-खस के दाने भूनकर पीस लें और उसमें थोड़ा सैंधा नमक व कालीमिर्च मिलाकर एक चम्मच दिन में 2-3 बार सेवन करने से खांसी मिट जाती है।
* अदरक और काली मिर्च युक्त तुलसी की चाय के सेवन से खांसी , कफ आदि दूर हो जाते है | इस चाय को बनाने की विधि – तुलसी की चाय बनाने के लिए तुलसी की ताजा 7 हरी पत्तियां या छाया में सुखाई हुई तुलसी की पत्तियों का पाउडर चौथाई चम्मच भर, कालीमिर्च के दाने 7 (थोड़े कुटे हुए) सूखी सौंठ का पाउडर चौथाई चम्मच अथवा ताजा अदरक 2 ग्राम लेकर इन सभी को 1 कप उबलते पानी में डालकर 4-5 उबाल आने दें। इसके बाद बर्तन को नीचे उतारकर 2 मिनट तक ढककर रख दें। उसके बाद छानकर इसमें उबाला हुआ दूध 100 मि.ली और 1-2 चम्मच शक्कर या चीनी मिलाकर गरम-गरम पी लें और कपड़ा ओढ़कर 5-10 मिनट के लिए सो जाएं। इस प्रयोग से खांसी, सर्दी का सिरदर्द, जुकाम, और गले के रोगों से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही यह कफ से होने वाली खांसी की अचूक दवा है |
पुरानी खांसी का आयुर्वेदिक इलाज
जवाखार 1 ग्राम, कालीमिर्च 2 ग्राम, पीपल 4 ग्राम और अनार का छिलका, काकडासिंगी, वंशलोचन, सतमुलहठी तथा सौंठ प्रत्येक को 8-8 ग्राम लेकर बारीक पीसकर छान लें | उसके बाद इस पाउडर में शहद डालकर गोली बना लें। यह दिनभर में 4 गोलियां लेने से पुरानी बलगम वाली खांसी भी ठीक हो जाती है।
बबूल का गोंद, कत्था और मुलहठी प्रत्येक 10–10 ग्राम लेकर तीनों को बारीक पीसकर छान लें | फिर इस पाउडर को अदरक के रस में घोटकर गोलियां बनाकर किसी शीशे की बोतल में रख लें। यह 1-1 गोली लें यह खांसी का रामबाण इलाज है।
जैसा की हम आपको हमेशा प्रेरित करते है की रोगों से बचाव ही उनका सबसे बेहतर इलाज होता है | सही खानपान और दिनचर्या का ध्यान रखकर रोगों के कुचक्र से बच सकते है | इसलिए नीचे खांसी में खानपान और परहेज सम्बंधित टिप्स दिए गये है जिनका पालन आपको जरुर करना चाहिए |
* अतीस का पाउडर 3 ग्राम की मात्रा में शहद में मिलाकर चाटने से खांसी ठीक हो जाती है।
* अदरक, तुलसी के पत्तों का रस और शहद इन सबको 6-6 ग्राम मिलाकर दिन में 2-3 बार सेवन करने से सूखी खांसी दूर हो जाती है। यह सूखी खांसी का बढ़ियां घरेलू उपचार है |
* हरड, बहेड़ा, आंवला, सौंठ, कालीमिर्च और पीपल सभी को समान मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें। यह पाउडर प्रतिदिन 3-3 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ लेने से सभी प्रकार की खांसी का तुरंत इलाज होता है।
*अदरक के रस में इलायची का पाउडर और शहद मिलाकर हल्का गर्म करके लेने से खांसी से आराम मिलता है |
एक चौथाई चम्मच दालचीनी और शहद आधा चम्मच को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सुबह शाम लेने से भी कफ वाली खांसी का इलाज हो जाता है |
काली मिर्च और सौंठ से खांसी की अचूक दवा
* काली मिर्च और मिश्री समान मात्रा में लेकर तथा पीसकर इसमें इतनी मात्रा में देशी घी मिलाएं कि गोली-सी बन जाए यह 1-1 गोली दिन में 4 बार टॉफी की तरह चूसने से खांसी के अलावा ब्रोंकाइटिस, गले की खराश तथा गला बैठना आदि रोगों में भी फायदेमंद है।
* एक चम्मच काली मिर्च के पाउडर में 4 गुना गुड मिलाकर आधा-आधा ग्राम दिन में 3-4 बार लेने से भी खांसी ठीक हो जाती है।
* बीजरहित मुनक्का में कालीमिर्च रखकर चबाएं इसके सिर्फ 5-7 दिन के प्रयोग से खांसी दूर हो जाएगी। यह भी खांसी की अचूक दवा की तरह काम करता है |
* कालीमिर्च कूट-पीसकर, छानकर सुरक्षित रख लें। इसे 2 से 4 ग्रेन तक दिन में 2 बार शहद के साथ लेने से खांसी में जरुर आराम होगा | काली मिर्च का पाउडर ताज़ा घर में ही बनाये तो बेहतर होगा | रेडिमेड डब्बाबंद पाउडर में मसालों की खुशबू समय बीतने के साथ-साथ कम होती जाती है |
*सुबह नहाने के लिए शरीर पर पानी डालने से पहले कुछ दिन सरसों के तेल की कुछ बूंदें हथेली पर रखकर ऊँगली की सहायता से 1 नाक के दोनों नथुनों (nose nasals) से सूंघने से खुश्की से होने वाले सिरदर्द और सूखी खांसी में लाभ प्राप्त होता है।
*10 ग्राम भुनी हुई फिटकरी और 100 ग्राम देशी खांड इन दोनों को बारीक पीसकर व मिलाकर 14 मात्राएं बना लें। सूखी खांसी (ड्राई कफ) और बलगमी खांसी में 125 मि.ली. गर्म दूध के साथ रोजाना सोते समय 1 डोज का सेवन करें। यह बिल्कुल हानिरहित और सफल खांसी का देसी इलाज है।
खांसी में क्या खाना चाहिए
*सर्दियों में चाय, कॉफी, या गर्म पानी में ग्लूकोस मिलाकर पिएं।
*बथुआ, मकोय, मूली, मेथी, मिस्री, लोंग, हलदी, शहद, माल्टा, दालचीनी, पालक का सेवन करें।
*भोजन में चोकर सहित आटे की रोटियां सेवन करें।
*फलों में मीठा संतरा, मौसमी, पपीता, चीकू खरबूजा, अमरूद, खजूर, अंजीर सेवन करने से फेफड़ों में तरावट पहुंचती है और बलगम आसानी से निकल जाता है।
*जब-जब प्यास लगे गर्म पानी का सेवन करें। दिन भर में 2 से 3 लीटर गुनगुना गर्म जल ही पिएं।
*मुलहठी, दालचीनी, लौंग, हलदी, मिस्री, छोटी इलायची चूसते रहें।
खांसी में क्या न खाए ?
* रात में सोते समय गुनगुना पानी शहद मिलाकर घूट-घूट कर पिएं।
* तेल, घी या चिकनाहट से बने खाने के व्यंजनों के खाने के बाद कुछ देर तक पानी न पियें |
* स्मोकिंग ना करें और करने वालो से भी दूर रहें |
* भीड़-भाड़ तथा गंदे, धुएं युक्त वातावरण में न जाएं। अचानक गर्म से सर्द या सर्द से गर्म वातावरण में न जाएं।
* प्रदूषण तथा धुंए से बचने के लिए मास्क या रूमाल मुंह पर लगायें |
* चावल खाना बिल्कुल बंद कर दें। ज्यादा मिठाई से परहेज करें।
* घी या तेल में तले अधिक मिर्च-मसालेदार, खट्टे, तीखे, चटपटे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
* बर्फ युक्त ठंडे पेय, आइस क्रीम, शर्बत, लस्सी आदि का सेवन न करें।
* फ्रिज , कूलर का ठंडा पानी न पिएं। जुकाम, खांसी के कष्ट में दही, केला, ठंडे तथा तले-भुने खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
* कई बार खांसी किसी चीज से एलर्जी होने पर भी हो जाती है जैसे धूल मिटटी , फूलो का पराग , आदि | ऐसी स्थिति में आपको उस चीज से दूर रहना चाहिए, यही उसका आखरी इलाज है |
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