पानी से भरपूर खीरा बहुत सारे जरूरी खनिज तत्वों जैसे कि सोडियम, पोटेशियम, ओक्जेलेट, फाइबर से परिपूर्ण होता है । इस कारण से यह सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी रहता है । खीरा खाने में पूरी तरह से हानिरहित होता है लेकिन कुछ दशाओं में यह जहर से कम नही रहता । आज हम आपको ऐसी ही बहुमूल्य जानकारी दे रहे हैं कि किन दशाओं में सेवन करने से खीरा जहर का काम करता है ।
1 :- कुकुर्बिटाइन की मौजूदगी से :-
वनस्पति विज्ञान की भाषा में खीरा कुकुर्बिटेसी परिवार का सदस्य होता है । इस समूह के सभी फलों में कुकुर्बिटाइन नामक एक यौगिक होता है जो खीरे में अक्सर बहुत कम होता है । लेकिन कभी कभी खीरा बहुत कड़वा होता है यह कड़वापन इस कुकुर्बिटाइन की वजह से होता है । यदि खीरा कड़वा हो तो उसको नही खाना चाहिये क्योंकि ज्यादा मात्रा में कुकुर्बिटाइन शरीर के ऊपर विषाक्त प्रभाव दिखाता है ।
2 :- खीरे के साथ पानी का सेवन :-
खीरा अपने आप में पानी का बहुत बड़ा स्रोत होता है और शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है । लेकिन क्या आप जानते हैं कि खीरा खाने के तुरंत बाद अथवा पहले पानी पीने से आपको हैजा और उल्टी दस्त जैसे गम्भीर रोग हो सकते हैं । इसलिये जब भी खीरा खायें उसके आधा घण्टे पहले और आधा घण्टा बद तक पानी नही पीना चाहिये ।
3 :- ज्यादा मात्रा में खीरा खाना :-
आमतौर पर एक दिन में दो खीरे तक खाना सुरक्षित रहता है लेकिन इससे ज्यादा मात्रा में खीरा खाना सेहत के नजरिये से बहुत गलत होता है । खीरे की प्रकृति क्षारीय होती है और ज्यादा मात्रा में सेवन करने से यह पेट में पाचक रसों ( जिनकी प्रकृति अम्लीय होती है ) को उदासीन कर देता है जिसके कारण पाचन क्रिया मंद हो जाती है । इस दशा में खाने का पाक उचित रूप से ना होने पर आम दोष की उतपत्ति होती है जो शरीर में बहुत सारे रोगों को पैदा करता है ।
4 :- गलत समय पर खीरा खाने से :-
एक्सपर्ट की माने तो खीरा खाने का सही समय दिन का होता है । सुबह के समय खीरा खाना उत्तम परिणाम देता है जबकि दोपहर के समय खीरा खाना मध्यम लाभ देता है । रात के समय खीरे का सेवन करने से बचना चाहिये क्योंकि इस समय खीरा खाने से यह सम्पूर्ण पाचन क्रिया को गड़बड़ कर देता है ।
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