शरीर पर कवक अर्थात फंगस के इन्फेक्शन के कारण दाद हो जाते हैं । आयुर्वेद में इनको दद्रु के नाम से जाना जाता है । कभी कभी यह समस्या आसानी से ठीक हो जाती है और कई बार यह बहुत ज्यादा परेशानी का कारण बन जाती है । आज हम आपको पुराने से पुराना दाद ठीक करने के लिए कुछ ऐसे प्रयोग बता रहे हैं जो बहुत सारे लोगों पर सफलता पूर्वक आजमाये गये हैं ।
पुराने से पुराना दाद खत्म करने के लिए नीम का तेल :-
नीम का तेल एक बहुत ही गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि है जो कई सारे त्वचा विकारों में लाभकारी है । दाद हो जाने पर भी इसका प्रयोग किया जाना हितकारी रहता है । यह आपको अपने आसपास किसी आयुर्वेदिक दवा की दुकान पर मिल जायेगा । इस नीम के तेल की शीशी को अच्छी तरह से हिलाकर रूई के साफ फाहे पर लगाकर दाद वाली जगह पर अच्छी तरह से लगा लीजिये । इसको दिन भर में तीन चार बार लगाने से अच्छा लाभ मिलने लगता है । दो-तीन दिन में ही आपको अच्छे परिणाम दिखने लगते हैं ।
पुराने से पुराना दाद खत्म करने के लिए सेब का सिरका :-
समय समय पर दाद की सफाई करनी भी आवश्यक होती है और इस काम के लिए सेब का सिरका बहुत अच्छा माना जाता है । लेकिन इतना जरूर ध्यान रखना कि दाद के ऊपर इसको सीधे नही लगाना है अन्यथा यह बहुत जलन कर देगा । इसका प्रयोग करने के लिए बहुत हल्के गर्म एक कप पानी में पाँच मिलीलीटर सेब का सिरका मिलाकर घोल लीजिये और तब इसमें रूई के फाहे को डुबोकर दाद की सफाई कीजिये । इसके दो फायदे होते हैं । पहला तो यह कि दाद की सफाई हो जाती है और दूसरा यह कि सेब के सिरके में एण्टी फंगल गुण भी पाये जाते हैं जिससे दाद को ठीक होने में भी मदद मिलती है ।
पुराने से पुराना दाद खत्म करने के लिए नारियल तेल :-
त्वचा रोगों की बात हो और नारियल तेल का नाम ना आये तो बात अधूरी रह जाती है । नारियल तेल स्किन की बहुत सारी समस्याओं में लाभ करता है । दाद के रोग को खत्म करने के लिए बीस ग्राम नारियल तेल में पाँच ग्राम हल्दी चूर्ण मिलाकर हल्का गर्म कर लीजिये और जब नारियल तेल पिघल जाये तो दोनों को मिक्स कर दीजिये । इसको एक छोटी डिब्बी में भर लीजिये । दाद पर लगाने और ठीक करने के लिए यह पेस्ट बाजार में मिलनी वाली क्रीम से किसी भी तरह से कम नही रहता है ।
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